अक्सर ये बादल एक कहानी कहते हैं
अभी इश्क़ लिखने का दिल नहीं है
कैसे कोई
क्या है
ज़िन्दगी ख़त्म से शुरु होती
ट्रिंग ट्रिंग
तू फ़ासलों की कद्र कर
तू लिए घनेरी रात आँखों में
फ़ासला रखो
फिर मुस्कुराएगा हिन्दोस्तान
वक़्त और रिश्ते
सुर्ख़ चाँद
हम मुसाफ़िर हैं
हाफ़ वाइफ़
सिगरेट और मैं
ज़रा ठहर के आना