Quote #वो लाल रंग की दीवानी, मैं रंग सफ़ैदी मस्ताना यूँ मिलजुल के दोनों ने, इश्क़ गुलाबी बना लियाRead More
Quote #28तिरे हाथ पे अपनी क़लम से प्यास लिख रहा हूँ मैं जैसे पानी की नज़्म पे बुलबुले सा, मिट रहा…Read More
Quote #27ऐ ज़िन्दगी, ये क्या क्या दिखा रही है यहाँ छोटी सी उम्र जीनी है सबको और, तू इतना सिखा रही…Read More
Quote #26कभी शहद सी मीठी, कभी निम्बोरी की चटकार है कभी मासूम, कभी करारी, ये ज़िन्दगी गुलज़ार हैRead More
Quote #20इन लफ़्ज़ों के दरमियाँ, एक अक्स मौजूद है यूँ ही नहीं नज़्मों में ज़िंदा किरदार जीया करतेRead More
Quote #16हाथों का छाता बनाकर, घुटनों से पेट छुपा लेंगे बढ़ेंगे मिलकर सफ़र पे हम, दुनिया नयी बसा लेंगेRead More
Quote #7एक तवील मुद्दत से मैं, कल का इंतज़ार कर रहा हूँ कितनी रातों से, मैं इसी सुबह की बात कर…Read More
Quote #1आदम की न हव्वा की, कोई तक़सीर साबित है क्यूँ नाहक़ ही ये इंसां बना फ़िरता है शहज़ादाRead More